सिलीगुड़ी/माटीगाड़ा, 14 अक्टूबर 2025:डॉक्टर को हमेशा समाज में भगवान का दर्जा दिया जाता है वो जो जान बचाता है, दर्द मिटाता है। लेकिन सिलीगुड़ी में एक डॉक्टर ने अपने पेशे की मर्यादा को इस कदर कलंकित किया कि लोगों का भरोसा ही हिल गया। माटीगाड़ा थाना पुलिस ने एक डॉक्टर को गिरफ्तार किया है, जिस पर अपनी महिला सहकर्मी से दुष्कर्म, गर्भपात कराने और जान से मारने की धमकी देने जैसे गंभीर आरोप लगे हैं।
सिलीगुड़ी में एक डॉक्टर ने अपनी पेशे की गरिमा को कलंकित करते हुए शर्मनाक हरकत की है। माटीगाड़ा थाना पुलिस ने एक चिकित्सक को गिरफ्तार किया है, जिस पर अपनी महिला सहकर्मी से दुष्कर्म, गर्भपात कराने और जान से मारने की धमकी देने जैसे गंभीर आरोप लगे हैं।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, आरोपी डॉक्टर kurseong ब्लॉक के एक सरकारी स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत था, जबकि पीड़िता भी वहीं 2020 से सेवा दे रही हैं। काम के दौरान दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं, और डॉक्टर ने शादी का झांसा देकर कई बार शारीरिक संबंध बनाए।
शिकायत के अनुसार, इसी दौरान महिला चिकित्सक गर्भवती हो गईं, लेकिन आरोपी ने दबाव डालकर गर्भपात करवा दिया। बाद में जब डॉक्टर ने शादी से साफ इनकार कर दिया और पीड़िता को धमकाना शुरू किया, तब महिला ने माटीगाड़ा थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस जांच में पता चला कि आरोपी का नाम डॉ. सुदीप्त कुमार रोय है। आरोप है कि डॉक्टर लंबे समय से पीड़िता के साथ विवाह का झांसा देकर शारीरिक शोषण कर रहा था।
पीड़िता ने बयान में कहा कि जब उसने विवाह के लिए दबाव डाला, तो आरोपी ने न सिर्फ इनकार किया बल्कि मानसिक रूप से प्रताड़ित करने लगा और जान से मारने की धमकी तक दी। आहत होकर महिला चिकित्सक ने आत्महत्या का प्रयास भी किया था।
माटीगाड़ा थाना पुलिस ने आरोपी डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया है और उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता समेत दुष्कर्म से जुड़ी धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
आरोपी को बुधवार को सिलीगुड़ी अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। पुलिस मामले की गहन जांच में जुटी है।
स्थानीय लोगों और स्वास्थ्यकर्मियों में इस घटना को लेकर गहरा आक्रोश है। उनका कहना है कि ऐसे लोगों को सख्त सजा मिलनी चाहिए ताकि कोई और अपने पेशे की आड़ में इस तरह की शर्मनाक हरकत न कर सके।
इस शर्मनाक घटना ने न केवल एक महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाई है, बल्कि समाज में डॉक्टर जैसे सम्मानित पेशे पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।