केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 20 दिसंबर को सिलीगुड़ी आ रहे हैं. उससे पहले इस समय दार्जिलिंग के भाजपा सांसद राजू विष्ट द्वारा संसद में उत्तर बंगाल खासकर सिलीगुड़ी में एम्स स्थापना की मांग को लेकर चर्चा शुरू हो गई है. सांसद राजू बिष्ट ने संसद में उत्तर बंगाल खासकर सिलीगुड़ी में एम्स की आवश्यकता को लेकर अपना दृष्टिकोण प्रस्तुत किया. जो एकदम उपयुक्त भी है. इस मुद्दे को राजू विष्ट पहले भी उठाते रहे हैं. अब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सशस्त्र सीमा सुरक्षा बल के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सिलीगुड़ी आ रहे हैं. ऐसे में लोग चर्चा कर रहे हैं कि क्या अमित शाह सिलीगुड़ी में एम्स की स्थापना को लेकर कुछ बयान दे सकते हैं?
इस समय पश्चिम बंगाल में कल्याणी में Aims की सुविधा उपलब्ध है.लेकिन उत्तर बंगाल में एम्स की सुविधा नहीं है. उत्तर बंगाल के आठ जिलों अलीपुरद्वार, कूचबिहार, जलपाईगुड़ी, दार्जिलिंग, उत्तर दिनाजपुर, दक्षिण दिनाजपुर, मालदा आदि जिलों में अस्पताल और नर्सिंग होम तो हैं, लेकिन गरीबों के लिए निःशुल्क उन्नत स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध नहीं है. सिलीगुड़ी में उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल तो है, लेकिन यहां अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध नहीं होने से मरीजों को अच्छी चिकित्सा के लिए दूसरे राज्यों में जाना पड़ता है.
पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान उत्तर बंगाल में एम्स की स्थापना का मुद्दा उठा था और यह कहा जा रहा था कि चुनाव के बाद भाजपा सरकार एम्स स्थापना की दिशा में पहल करेगी. राजू बिष्ट ने अपने संकल्प और मंतव्य के हिसाब से इस मुद्दे को हवा दे दी है. केंद्र को इस पर विचार करना होगा. अपना दृष्टिकोण प्रस्तुत करते हुए राजू बिष्ट ने बताया है कि आखिर सिलीगुड़ी में ही एम्स की स्थापना क्यों होनी चाहिए. दरअसल उत्तर बंगाल के दार्जिलिंग, कालिमपोंग, अलीपुरद्वार, जलपाईगुड़ी, कूचबिहार, उत्तर दिनाजपुर और दक्षिण दिनाजपुर की संयुक्त जनसंख्या लगभग ढाई करोड़ है. इतनी बड़ी जनसंख्या के लिए यहां कोई एम्स सुविधा उपलब्ध नहीं है.
सिलीगुड़ी उत्तर बंगाल के मध्य में स्थित है. यह शहर रेल, हवाई और सड़क मार्ग से जुड़ा हुआ है. यहां उत्तर बंगाल के किसी भी भाग से आसानी से पहुंचा जा सकता है. आज भी विभिन्न जिलों के लोग स्वास्थ्य सेवा के लिए सिलीगुड़ी आते हैं. लेकिन सिलीगुड़ी में उन्नत चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध नहीं है. अगर सिलीगुड़ी में एम्स की स्थापना होती है तो पूर्वी बिहार के साथ-साथ सिक्किम, दार्जिलिंग, कालिमपोंग, कूचबिहार, जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार के साथ-साथ असम के लोगों को भी लाभ होगा. इसके साथ ही सिलीगुड़ी के गरीब मरीजों को घर बैठे उन्नत स्वास्थ्य व चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो सकेगी.
अमित शाह की सिलीगुड़ी यात्रा ऐसे समय में हो रही है, जहां एक तरफ सिलीगुड़ी में सांसद राजू बिष्ट के बयान के मद्देनजर एम्स स्थापना की चर्चा हो रही है तो दूसरी तरफ भाजपा और अमित शाह के लिए भी एक सकारात्मक वातावरण का निर्माण हुआ है. उनकी यात्रा से ठीक पूर्व कावाखाली में 15 दिसंबर को गीता पाठ होने वाला है. उस दिन सुबह एक साथ लाखों लोग गीता पाठ करेंगे. ऐसे पॉजिटिव माहौल में अमित शाह की सिलीगुड़ी यात्रा काफी महत्वपूर्ण हो सकती है .उम्मीद की जा रही है कि अमित शाह इस पर कुछ बयान दे सकते हैं.
हालांकि प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार अमित शाह सशस्त्र सीमा सुरक्षा बल के 61 वें स्थापना दिवस के कार्यक्रम में सम्मिलित हो रहे हैं. इसका हेड क्वार्टर रानीडांगा में है. सीमा सुरक्षा बल के द्वारा कई सांस्कृतिक और राष्ट्रीय महत्व के कार्यक्रम भी पेश किए जाएंगे. इनमें ट्रेडिशनल स्पोर्ट, सशस्त्र सीमा सुरक्षा बल के द्वारा परेड के साथ-साथ टोटो उपजातियो के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी किये जाएंगे.अमित शाह के कार्यक्रम को देखते हुए सुरक्षा की पुख्ता तैयारी की जा रही है.
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