पिछले दिनों से जारी बारिश के कारण समतल तथा Dooars के कई क्षेत्रों में बाढ की स्थिति उत्पन्न हो गई है. पिछले दिनों की भारी बारिश के चलते Dooars के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं. अब अगर पानी बरसा तो इन इलाकों में बाढ़ को रोका नहीं जा सकता है. तीस्ता के तटवर्ती इलाकों में रेड अलर्ट घोषित किया गया है. प्रशासन चौकस है और स्थिति पर लगातार निगरानी रख रहा है.
दूसरी ओर मौसम विभाग ने उत्तर बंगाल के लिए येलो अलर्ट जारी किया है. इसके अनुसार आज सिलीगुड़ी और उत्तर बंगाल के कई क्षेत्रों में हल्की से भारी बारिश हो सकती है. जबकि पहाड़ी क्षेत्रों में गरज के साथ बौछारें पड़ सकती है.कई इलाकों में तेज बारिश भी हो सकती है.जलपाईगुड़ी ,कालिमपोंग और अलीपुरद्वार में 200 मिलीमीटर तक बारिश होने की भविष्यवाणी की गई है. मालदा, उत्तर और दक्षिण दिनाजपुर जिलों में भी हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है.
अगर मौसम विभाग की भविष्यवाणी सही साबित होती है तो Dooars के कई इलाकों में बाढ़ को रोक पाना आसान नहीं है. ऐसे में फसलों को व्यापक नुकसान होगा. जबकि लोगों की आजीविका पर भी भारी असर होगा. उत्तर बंगाल की लगभग सभी नदियां उफान पर है. तीस्ता नदी लगातार उफनती जा रही है.जबकि चेल और घीस नदियों में भी जल प्रवाह तेज हो गया है. तीस्ता नदी में बड़े पैमाने पर बैराज से पानी छोड़ा गया है. जबकि बारिश के कारण पहले से ही नदी की धार तेज हो चुकी है. मौसम विभाग की सूचना मिलने के बाद सिंचाई विभाग ने तीस्ता बेसिन क्षेत्र में रेड अलर्ट जारी कर दिया है.
सिलीगुड़ी में महानंदा नदी भी तेज गति से बढ़ रही है. पहाड़ से आ रहा पानी नदी की धारा को लगातार आंदोलित कर रहा है. पिछले कुछ दिनों से सिक्किम, कालिमपोंग और समतल क्षेत्र में हो रही वर्षा के कारण कालीझोड़ा स्थित तीस्ता पर बने डैम से प्रति सेकंड 3000 क्यूमेक्स पानी छोड़ा जा रहा है. सिंचाई विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार तीस्ता बैराज से पानी छोड़ जाने से Dooars के लिए जुर्दंती आदि अन्य छोटी नदियों में पानी लगातार बढ़ रहा है. ऐसी में बाढ कभी भी इन क्षेत्रों में देखी जा सकती है.
इन नदियों के तट पर रहने वाले लोग भय की आशंका में जी रहे हैं. अगर बाढ़ आती है तो इसका वह कैसे बचाव करेंगे, उनकी समझ में नहीं आ रहा है. इस बीच स्थानीय प्रशासन के द्वारा उन्हें चौकस कर दिया गया है तथा सावधानी के साथ रहने को कहा गया है. प्रशासन को लगातार सतर्क रखा जा रहा है. इस बीच आज की वर्षा में जलपाईगुड़ी के कई वार्डों में पानी घुस गया है. स्थानीय प्रशासन के द्वारा बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत शिविर की व्यवस्था की गई है. राज्य सिंचाई विभाग ने दो मोहनी से बांग्लादेश सीमा तक तीस्ता नदी के संरक्षित क्षेत्र में पीली चेतावनी और असंरक्षित क्षेत्र में रेड अलर्ट जारी किया है.
धुपगुरी से माथाभंगा तक जलढाका नदी के संरक्षित और असंरक्षित क्षेत्र में येलो अलर्ट जारी किया गया है. गुरुवार रात से अब तक उत्तर बंगाल के विभिन्न जिलों में हो रही बारिश की मात्रा जलपाईगुड़ी में 143 मिली मीटर, सिलीगुड़ी में 223 मिली, माल बाजार में 71 मिली रिकॉर्ड की गई है. सिलीगुड़ी और जलपाईगुड़ी के कई इलाकों में बारिश का पानी जम गया है. जलपाईगुड़ी नगर पालिका के दिन बाजार इलाके में करला नदी में बारिश का पानी घुस गया है. वहां लगभग 200 परिवारों को पानी के बीच रहना पड़ रहा है. हालांकि जलपाईगुड़ी नगर पालिका की ओर से राहत सामग्री की व्यवस्था की जा रही है.
सिलीगुड़ी और जलपाईगुड़ी प्रशासन पूरी तरह सतर्क है. जलपाईगुड़ी के जिला प्रशासक मौमिता गोदारा बसु ने कहा है कि पूरी स्थिति पर नजर रखी जा रही है. इसके साथ ही अस्थाई कैंप भी लगाने की बात चल रही है. यह सब कुछ आज रात अथवा कल होने वाली बारिश पर निर्भर करता है.