May 3, 2024
Sevoke Road, Siliguri
उत्तर बंगाल लाइफस्टाइल सिलीगुड़ी

सिलीगुड़ी के बाजार में बिक रहा चीन का नकली लहसुन!

सिलीगुड़ी के वार्ड नंबर 5 स्थित गंगानगर के गणेश के घर उनकी बेटी की सगाई थी. गणेश के घर मेहमान आने वाले थे. इसलिए वह सारे सामान का बंदोबस्त कर रहे थे. 5 तारीख को सगाई थी. हलवाई ने गणेश को सारे सामानों की लिस्ट दे दी थी. 2 किलो लहसुन मंगाया था. गणेश ने सुना था कि रेगुलेटेड मार्केट में थोक भाव में सस्ती दर पर अच्छी किस्म का लहसुन मिल रहा है. इसलिए वह रेगुलेटेड मार्केट ही गए.

वर्तमान में लहसुन का भाव एक ही हफ्ते में काफी बढ़ गया है. सिलीगुड़ी के खुदरा बाजार में अच्छी किस्म के लहसुन की कीमत जो एक हफ्ते पहले ₹200 किलो थी, अब वह ₹250 से लेकर ₹300 प्रति किलो तक पहुंच गई है. हालांकि रेगुलेटेड मार्केट में थोक दर पर सस्ता लहसुन मिल जाता है. इसलिए छोटे बड़े व्यापारी रेगुलेटेड मार्केट से ही लहसुन खरीदते हैं. गणेश 3 तारीख को शॉपिंग करने के लिए रेगुलेटेड मार्केट पहुंचे. उन्होंने कई दुकानों पर जाकर लहसुन का रेट पता किया और फिर एक दुकान से 2 किलो लहसुन खरीद कर घर ले आए.

5 तारीख को जब हलवाई गणेश के घर पहुंचा और सामान तैयार करने के लिए गणेश से लहसुन मंगवाया तो गणेश ने हलवाई को लहसुन दे दिया. गणेश यह सोच रहे थे कि बड़े-बड़े बेदाग और सफेद लहसुन को देखकर हलवाई उसकी प्रशंसा करेगा. परंतु उनकी सोच के विपरीत हलवाई ने गणेश से कहा कि यह तो नकली लहसुन है. यह चीन का माल है. अगर इस लहसुन से वह सामान तैयार करता है तो खाने पीने का सामान बेस्वाद हो जाएगा. ऊपर से यह ज़हरीला भी है. हलवाई ने कहा कि या तो उन्हें देसी लहसुन लाकर देना होगा, अन्यथा इस लहसुन से सामान तैयार करेंगे और खराब होगा तो वह उसका जिम्मेदार नहीं होगा.

सुनकर गणेश का मुंह लटक गया. आखिरकार गणेश को बाजार से देसी लहसुन लाकर हलवाई को देना पड़ा. इस घटना का उल्लेख करना यहां इसलिए भी जरूरी है कि सिलीगुड़ी के बाजार में नकली लहसुन की भरमार हो गई है. लहसुन ही क्यों, खाने पीने के सभी सामान, अंडा, मांस ,मछली, फल, साग, सब्जियों की थोक मंडी के रूप में सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट काफी प्रसिद्ध है. सिलीगुड़ी के विभिन्न छोटे बड़े बाजारों के फुटकर व्यापारी रेगुलेटेड मार्केट से माल उठाते हैं. इन दिनों रेगुलेटेड मार्केट में चीन से तस्करी करके नकली चीनी लहसुन म॔गाए जा रहे हैं. कुछ व्यापारियों की मिली भगत से एक तरफ सरकार को राजस्व का चूना लग रहा है तो दूसरी तरफ भारतीयों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ भी हो रहा है.

पिछले दिनों सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट के सचिव तमाल दास के सहयोग से 8 लाख से अधिक की नकली हिलसा मछली को बरामद किया गया था. इसी तरह से साग सब्जी, फल समेत विभिन्न खाद्य पदार्थ यहां नकली बिक रहे हैं. यह सस्ते भी होते हैं. यहां से फुटकर व्यापारी इन्हीं नकली सामानों को खरीद कर पूरे बाजार में फैला रहे हैं. यह मानव स्वास्थ्य को भी नुकसान पहुंचा रहा है. उनमें से सबसे ज्यादा नकली लहसुन रेगुलेटेड मार्केट से लेकर जलपाई मोड, महावीर स्थान, नया बाजार, टाउन बाजार, समेत सभी छोटे बड़े बाजारों में बिक रहा है.

नकली और चीन से आए लहसुन की पहचान यह है कि नकली लहसुन अत्यंत सफेद होता है और इसमें किसी तरह का कोई दाग नहीं होता. नकली लहसुन की जड़ भी नहीं होती. जबकि देसी लहसुन का रंग हल्का भूरा हो सकता है. इसके निचले हिस्से में दाग दिखाई दे सकता है.असली देसी लहसुन कोई ज्यादा बड़ा नहीं होता जबकि नकली लहसुन का आकार भारतीय लहसुन की तुलना में काफी बड़ा होता है. लहसुन खरीदने जाएं तो इन सभी बातों का ध्यान रखते हुए असली लहसुन घर ले आए, अन्यथा गणेश की तरह ही नकली लहसुन की खरीद पर आपको पछताना पड़ सकता है.

बाजार में नकली लहसुन का रेट असली लहसुन की तुलना में काफी कम है. इसलिए व्यापारी लालच में आकर नकली चीनी लहसुन खरीद कर बाजार में फैला रहे हैं. असली और नकली में पहचान नहीं करते हुए लोग समझते हैं कि उन्हें सस्ते में लहसुन मिल रहा है. वे लहसुन की खरीद करते हैं. लेकिन घर आकर उन्हें पता चलता है कि सस्ते के चक्कर में वे महंगा लहसुन ले आए हैं. इसलिए सावधान रहें. बाजार में असली लहसुन की पहचान करके ही खरीदारी करें.

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