January 8, 2025
Sevoke Road, Siliguri
उत्तर बंगाल लाइफस्टाइल सिलीगुड़ी

चीनी लहसुन की कालाबाजारी रोकने में कितना सफल हो पाएगी सिलीगुड़ी पुलिस!

अगर बाजार में लहसुन की खरीदारी कर रहे हैं तो सावधान हो जाइए. सफेद, गोल गोल और बड़े से आकार के लहसुन जो आपको आकर्षित करें, उससे सावधान रहें.क्योंकि यह चीनी लहसुन हो सकता है.जबकि देसी लहसुन मटमैला, भूरा, छोटा साइज में भी हो सकता है. चीनी लहसुन खाने से कैंसर हो सकता है. डॉक्टरों ने भी इस बात की पुष्टि कर दी है. काफी समय से सिलीगुड़ी के बाजार में चीनी लहसुन की तस्करी चल रही है.

नेपाल के रास्ते सिलीगुड़ी में चीनी लहसुन पहुंच रहा है. यह स्वास्थ्य के लिए अत्यंत खतरनाक है. चीनी लहसुन के प्रयोग से कैंसर जैसी बीमारियां हो रही है. डॉक्टरों तथा स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने भी लोगों को चेतावनी दी है कि वह चीनी लहसुन से दूर रहे. इन दिनों सिलीगुड़ी के बाजार में चीनी लहसुन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है. देसी लहसुन से सस्ता होने के कारण ग्राहक इसकी ज्यादा मांग कर रहे हैं. कस्टम, अर्धसैनिक बल और पुलिस की तमाम कोशिशों के बावजूद चीनी लहसुन की तस्करी जारी है.

पिछले कई दिनों से सिलीगुड़ी के रेगुलेटेड मार्केट में भारी मात्रा में चीनी लहसुन पहुंच रहा है. पिछले दिनों प्रधान नगर थाना की पुलिस ने रेगुलेटेड मार्केट स्थित सब्जी बाजार से चीनी लहसुन से लदा एक पिकअप वैन बरामद किया था. पिकअप वैन का चालक भी गिरफ्तार किया गया था. लहसुन की मात्रा 9 क्विंटल थी और बाजार में उसकी कीमत लगभग ₹300000 अथवा उससे भी अधिक बताई जा रही है. ऐसा नहीं है कि कस्टम विभाग, पुलिस और दूसरी सुरक्षा एजेंसियां चीनी लहसुन के खिलाफ अभियान नहीं चलाती हो. लेकिन तस्कर बचने के उपाय कर ही लेते हैं.

नक्सलबाड़ी पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भारत नेपाल सीमा से सटा इलाका है रथ खोला. यहां चीनी लहसुन तस्करी का कारोबार लगातार जारी है. तस्करी के कारोबार में ज्यादातर महिलाएं लिप्त हैं, जो अपने सिर पर लहसुन की बोरी लाद कर सीमा पार कर जाती हैं और ई रिक्शा में समान ढोकर गंतव्य स्थल पर पहुंचती हैं. पिछले काफी समय से खुलेआम यह कारोबार चल रहा है. सिलीगुड़ी के बाजार में एक समय चीनी लहसुन की भरमार थी. लेकिन बाद में पुलिस की कड़ी कार्रवाई और लहसुन तस्करों के खिलाफ धर पकड़ करने के बाद स्थिति में कुछ बदलाव आया था. लेकिन एक बार फिर से चीनी लहसुन का काला कारोबार करने वाले सक्रिय हो गए हैं.

पिछले कुछ दिनों से सिलीगुड़ी के अनेक व्यावसायिक संगठनों ने सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस का ध्यान इस बात की ओर आकर्षित किया कि अगर चीनी लहसुन को बिकने से नहीं रोका गया तो लोगों का स्वास्थ्य काफी खराब हो सकता है. इससे कैंसर का खतरा बढ़ रहा है. क्योंकि चीनी लहसुन रसायनों के उपयोग से बनाई जाती है. अधिक पैसे कमाने के लालच में सिलीगुड़ी के कुछ व्यवसायी चीनी लहसुन के काले कारोबार में लिप्त हैं.

चीनी लहसुन के कारोबार में राज्य सरकार से टैक्स की भी चोरी की जाती है. सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस को विभिन्न संगठनों से मिल रही शिकायत के बाद पुलिस ने अब इसके खिलाफ कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है. सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस की सभी थानों की पुलिस इस पर नजर रख रही है कि चीनी लहसुन को सिलीगुड़ी के बाजार में लाने वाले तस्कर कौन-कौन हैं और यह किस तरह से बाजार को प्रभावित कर रहे हैं.सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस की डिटेक्टिव टीम तैयार की गई है. पुलिस की गुप्तचर टीम तस्करों पर कड़ी नजर रख रही है.

चीनी लहसुन के खिलाफ कार्रवाई करने में प्रधान नगर थाना की पुलिस सबसे आगे है. यहां गुप्तचर विभाग की ओर से पिछले दो-तीन दिनों में अभियान चलाकर 15 क्विंटल से ज्यादा चीनी लहसुन बरामद किया गया है. जबकि दो से अधिक लोग गिरफ्तार भी हुए हैं. गुप्तचर सूत्रों को यह भी पता चल गया है कि नेपाल के रास्ते ही चीनी लहसुन सिलीगुड़ी के बाजार में पहुंच रहा है. सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस सरगना की तलाश में जुट गई है. नेपाल में तस्करी को रोकने के लिए दार्जिलिंग जिला पुलिस के एसडीपीओे नेहा जैन ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया है.

पर सबसे बड़ा सवाल है कि क्या सिलीगुड़ी का बाजार चीनी लहसुन से मुक्त होगा? क्योंकि बरसों से चीनी लहसुन की तस्करी चल रही है. ऐसे में चुनौतियों का समाधान करने के लिए सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस को ठोस कदम उठाने होंगे. लगातार प्रयास जैसे कार्रवाई अभियान, जन जागरण, जैसे कार्यक्रम चलाए जाने की जरूरत है.

(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *