सिलीगुड़ी और मैदानी इलाकों में गर्मी आग उगल रही है. पहाड़ी इलाके भी इससे अछूते नहीं है. दार्जिलिंग, कालिमपोंग, कर्सियांग गंगटोक जैसे हिल स्टेशनों में भी गर्मी ने यहां की अर्थव्यवस्था, व्यापार और सामान्य जनजीवन को प्रभावित किया है. सितंबर महीना बीत रहा है. यह महीना सिलीगुड़ी, समतल, Dooars के साथ-साथ पहाड़ के लिए भी याद किया जाएगा. इस महीने पहाड़ी इलाकों में पिछले कई सालों का गर्मी का रिकॉर्ड टूटा है. पर अब यहां का मौसम बदलने वाला है. सिलीगुड़ी, गंगटोक ,दार्जिलिंग, आदि पहाड़ी इलाकों में आज बारिश होने के आसार हैं.
कम से कम पहाड़ी इलाकों में 24 सितंबर यानी आज से लोगों को गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद बढ़ गई है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार तापमान में कुछ डिग्री की गिरावट हो सकती है. बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती परिसंचरण बन रहा है. इसके चलते सिलीगुड़ी अथवा समतल में भले ही छिटपुट बारिश अथवा आंधी आए या न आए, परंतु सिक्किम में बारिश और आंधी की पूरी संभावना है.
आमतौर पर माना जाता है कि पहाड़ी इलाके गरम नहीं होते. खासकर गंगटोक, दार्जिलिंग जैसे हिल स्टेशन पर गर्मियों में लोग ठंड का आनंद लेने आते हैं. पर इस बार की गर्मी ने अब तक के सभी पुराने रिकॉर्ड को तोड़ दिया है. गंगटोक में तो गर्मी का आलम यह है कि 23 सितंबर को वहां 26.8 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया. जबकि दार्जिलिंग में दो दिन पहले लगभग इतना ही तापमान दर्ज किया गया था.
बताया जा रहा है कि 1969 में सितंबर महीने में भी गंगटोक में इसी तरह की गर्मी महसूस की गई थी. तब गंगटोक का तापमान 27.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था. भारतीय मौसम विभाग ने कहा है कि 1969 के बाद से गंगटोक जैसे हिल स्टेशन में सोमवार को सबसे ज्यादा गर्मी महसूस की गई थी. गंगटोक जैसे हिल स्टेशन में ऐसी गर्मी का होना कहीं ना कहीं प्राकृतिक पर्यावरण के लिए खतरा ही कहा जा सकता है. इसके साथ ही प्रदेश की अर्थव्यवस्था के लिए भी यह अच्छा नहीं कहा जा सकता.
सिलीगुड़ी और मैदानी इलाकों में पड़ रही भीषण गर्मी अलग मुद्दा है. लेकिन आश्चर्य तो तब होता है जब पहाड़ में भी गर्मी से लोग परेशान हो जाते हैं. गंगटोक आईएमडी के प्रमुख गोपीनाथ राहा कहते हैं, यह जरूर अध्ययन का विषय है. क्योंकि हमारे पास 1969 से जो डाटा है, उसमें आज की तारीख में सबसे ज्यादा गर्म दिन सिक्किम के लिए रहा है. भारतीय मौसम विभाग ने जो डाटा तैयार किया है उसके अनुसार सोमवार का गंगटोक सबसे ज्यादा गर्म दिन साबित हुआ. आमतौर पर सितंबर महीने में गंगटोक का तापमान सामान्य ही रहता है.
अगर सितंबर महीने में सिक्किम के तापमान का अध्ययन किया जाए तो इसका औसत तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रहा है और यह सिक्किम के लिए सबसे अधिक तापमान रहा है. गंगटोक में सितंबर महीने में 11 दिन सर्वाधिक तापमान 25 डिग्री सेल्सियस से भी अधिक दर्ज किया गया. उन्होंने कहा कि 6 सितंबर से लेकर 23 सितंबर तक गंगटोक का तापमान 24 डिग्री सेल्सियस से अधिक रहा.
हिल स्टेशन गंगटोक से लगभग 1500 फीट नीचे ताडोंग स्थित है. आप जानकर हैरान रह जाएंगे कि यहां सिलीगुड़ी से भी ज्यादा गर्मी पड़ रही है. 21 सितंबर को ताडोंग में 33.01 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था. इसी तरह से दार्जिलिंग,कर्सियांग व कालिमपोंग इलाके में भी गर्मी पड़ रही है. इन पर्यटन क्षेत्रो में पड़ रही गर्मी के चलते एक तरफ व्यापारियों को अपने व्यापार में असुविधा हो रही है तो दूसरी तरफ पर्यटन कारोबारी भी चिंतित हैं. भारतीय मौसम विभाग द्वारा जो जानकारी उपलब्ध कराई गई है, उसके अनुसार सितंबर महीने में दार्जिलिंग में भी उच्च तापमान रिकार्ड किया गया है, जो असामान्य रूप से अत्यधिक है. मिली जानकारी के अनुसार 21 सितंबर को दार्जिलिंग में तापमान 28.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था.
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