भारत और नेपाल के बीच ट्रेन सेवा शुरू होने जा रही है. यह ट्रेन जनकपुर से शुरू होगी और अयोध्या तक जाएगी. यह साप्ताहिक ट्रेन होगी. नेपाल के राम भक्तों की काफी समय से मांग थी. अंततः भारत और नेपाल ट्रेन सेवा परिचालन पर सहमत हो गए हैं. भारत सरकार इसकी आधिकारिक घोषणा जल्द करने वाली है.
भारत और नेपाल के बीच आत्मीय संबंध रहा है. दोनों देशों के बीच बेटी और रोटी का संबंध प्राचीन काल से ही रहा है. भगवान श्री राम अयोध्या के निवासी थे. जबकि माता सीता ने नेपाल में जनकपुर में जन्म लिया था. दोनों देशों के बीच इतनी पुरानी संस्कृति है कि उसे दरकिनार नहीं किया जा सकता. यही कारण है कि भारत और नेपाल के लोग एक दूसरे देश में आते जाते रहते हैं.
नौकरी, कारोबार, निवास आदि विभिन्न मामलों में भारत और नेपाल के बीच दोस्ताना रिश्ता रहा है. बहुत से लोग नेपाल में दुकान करते हैं और भारत में निवास करते हैं, तो कई ऐसे लोग भी हैं जो नेपाल में रहते हैं और भारत में दुकान या व्यापार करते हैं. शाम होने पर वे अपने घर चले जाते हैं. दुकान नेपाल में तो घर भारत में, ऐसी संस्कृति शायद ही कहीं देखने को मिलेगी. अयोध्या में श्री राम लला की मूर्ति स्थापना के बाद से ही नेपाल के लोगों ने प्रभु श्री राम का दर्शन करने की मांग शुरू कर दी थी.
भारत और नेपाल की सहमति के बाद जनकपुर से अयोध्या के बीच साप्ताहिक ट्रेन चलाने का फैसला किया गया है. यह स्पेशल ट्रेन होगी, जिसमें 20 डिब्बे होंगे. ट्रेन में एयरकंडीशन के अलावा स्लीपर व जनरल डिब्बे भी होंगे. जनकपुर से यह ट्रेन शनिवार की दोपहर 1:30 बजे अयोध्या के लिए प्रस्थान करेगी और अगले दिन रविवार की सुबह 4:00 बजे अयोध्या पहुंच जाएगी. अयोध्या से यह ट्रेन शाम 5:00 बजे जनकपुर के लिए प्रस्थान करेगी और सुबह 8:00 बजे जनकपुर पहुंच जाएगी.
रविवार को नेपाल रेलवे के जनरल मैनेजर निरंजन झा ने इसका निरीक्षण किया था और नेपाल के लोगों को इसकी जानकारी दी थी. उसी समय से नेपाल में खुशियां मनाई जा रही है. भगवान श्री राम के प्रति नेपाल के लोगों में कितनी श्रद्धा है, यह इसी बात से समझा जा सकता है कि अयोध्या में श्री राम लला की मूर्ति स्थापना के बाद अनेक लोगों ने दर्शन के लिए व्रत रखना शुरू कर दिया था. आखिरकार उनका सपना साकार होने जा रहा है.
निरंजन झा ने बताया कि नेपाल में रेलवे ने सारी तैयारी पूरी कर ली है.भारतीय रेलवे की ओर से इसकी आधिकारिक तौर पर घोषणा की जाएगी. महा प्रबंधक ने बताया कि रेलवे ट्रैक का निरीक्षण किया जा चुका है. उन्होंने कहा कि मैंने स्वयं ही ट्रॉली के माध्यम से जनकपुर से जयनगर रेलखंड का निरीक्षण किया है. हालांकि दोनों देशों के बीच ट्रेन परिचालन कब होगा, यह भारत सरकार की घोषणा के बाद ही पता चलेगा. नेपाल में भारतीय राजदूत के माध्यम से पूर्व मध्य रेलवे को ट्रेन परिचालन की समय सारणी बनाकर भेजी गई है.
जानकार मानते हैं कि जनकपुर अयोध्या के बीच ट्रेन परिचालन से दोनों देशों के बीच नजदीकियां और बढ़ जाएंगी. निरंजन झा ने बताया कि नेपाल की रेल परियोजना में भारत का बहुत बड़ा योगदान रहा है. भारत सरकार ने इरकॉन इंटरनेशनल कंपनी के सहयोग से नेपाल में ट्रेन परिचालन की नींव रखी है. आज कोंकण रेलवे व नेपाल रेलवे के सहयोग से बीते दो बरसों से सफलतापूर्वक नेपाल में ट्रेन का परिचालन हो रहा है.
उम्मीद की जा रही है कि जनकपुर अयोध्या ट्रेन परिचालन का ट्रायल सफल होने के बाद इसे नई दिल्ली तक कर दिया जाएगा. नेपाल की ओर से इस संबंध में एक प्रस्ताव भी नई दिल्ली भेजा गया है. बहरहाल दोनों देशों के बीच ट्रेन परिचालन की घोषणा का इंतजार किया जा रहा है. इस बीच जनकपुर जयनगर रेलखंड के विभिन्न स्टेशनों की स्थिति और रेलवे ट्रैक का हाल जानने के लिए निरीक्षण का काम पूरा कर लिया गया है.
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