May 16, 2025
Sevoke Road, Siliguri
सिलीगुड़ी उत्तर बंगाल

सिलीगुड़ी कारागार में बंद कैदी की मौत से उठे सवाल!

क्या सिलीगुड़ी का कारागार कैदियों के लिए सुरक्षित नहीं रहा? क्या कारागार में विचाराधीन कैदियों की सुख सुविधा का कोई ख्याल नहीं रखा जाता? क्या कैदियों को उनके हाल पर छोड़ दिया जाता है? क्या कैदियों के मौलिक अधिकार का हनन किया जाता है? क्या सजायाफ्ता और विचाराधीन कैदियों को एक साथ रखा जाता है? यह सवाल इसलिए उठ रहे हैं कि सिलीगुड़ी कारागार में एक विचाराधीन कैदी की रहस्यमय स्थितियों में मौत हो गई है.

कैदी का नाम कृष्ण महंतो है. यह विचाराधीन कैदी है और अदालत के आदेश से यह न्यायिक हिरासत में पिछले 3 महीने से जेल में था. आपको याद होगा कि विगत 7 फरवरी को सिलीगुड़ी नगर निगम के अंतर्गत 20 नंबर वार्ड में एक महिला की हत्या उसके बेटे ने कर दी थी. वही कलयुगी बेटा कृष्ण महंतो जेल में बंद था. सिलीगुड़ी कोर्ट में पेशी के बाद आरोपी लड़के को न्यायिक हिरासत में जेल में भेज दिया गया था.

जेल के संविधान के अनुसार सजायाफ्ता और विचाराधीन कैदियों को अलग-अलग रखा जाता है. सजायाफ्ता कैदी वे होते हैं, जिन पर आरोप सिद्ध हो चुका होता है और वे जेल की सजा काट रहे होते हैं. जबकि विचाराधीन कैदी वे होते हैं, जिनके खिलाफ आरोप अभी तक सिद्ध नहीं हुआ होता और कोर्ट में मुकदमा चल रहा होता है. ऐसे कैदियों की पुलिस और प्रशासन विशेष रूप से देखभाल करती है. जेल में भी इसी तरह की व्यवस्था रहती है.

पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कृष्ण महंतों सुबह शौचालय गया था. उसके बाद उसे किसी ने नहीं देखा. कुछ समय के बाद जब कोई दूसरा कैदी शौचालय में गया तो उसने देखा कि कृष्ण महंतों ने गले में फंदा डालकर खुद की जान ले ली है. इस कैदी ने अधिकारियों को यह सूचना दी. इसके बाद पूरे सिलीगुड़ी में विचाराधीन कैदी की मृत्यु पर सवाल उठने लगे हैं.

सिलीगुड़ी का जेल प्रशासन भी सकते में है.आखिर विचाराधीन कैदी ने खुद को क्यों मिटाया अथवा उसे मिटाया गया? क्या दूसरे कैदियों के लिए खतरा था? या फिर कैदियों में लड़ाई झगड़ा हुआ या फिर कैदी ने डिप्रेशन में यह कदम उठाया? इस तरह के कई सवाल हैं और जेल प्रशासन विभिन्न एंगल से उसकी जांच में जुटा हुआ है.

मौत के रहस्य पर से अभी पर्दा नहीं उठा है. लेकिन उसके शव को मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. सूत्रों ने बताया कि इस घटना को लेकर एक जांच कमेटी बनाई जाएगी, जो इस घटना की जांच करेगी. कृष्ण महंतो सिलीगुड़ी के टिकियापारा का रहने वाला था. अभी तक मृतक के परिवारी जनों की ओर से इस घटना पर कोई बयान सामने नहीं आया है.

लेकिन सवाल तो जेल प्रशासन पर उठ रहे हैं. सवाल यह भी है कि मृतक के पास प्लास्टिक की डोरी कैसे आई? जिससे उसने अपनी जान ली है. क्या किसी ने उसे डोरी दी थी या फिर किसी अन्य की साजिश का शिकार हुआ? हालांकि इन सभी सवालों का जवाब पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही पता चलेगा. फिलहाल जेल में बंद विचाराधीन कैदी की मृत्यु को लेकर सवाल उठ रहे हैं. इसके साथ ही जेल प्रशासन के द्वारा विचाराधीन कैदियों की सुरक्षा पर भी सवाल उठने लगे हैं.

(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *