इस बार होली 24 और 25 मार्च को है. होलिका दहन 24 मार्च को, जबकि 25 मार्च को होली मनाई जाएगी. होली को लेकर सिलीगुड़ी बाजार में काफी चहल-पहल दिख रही है. सबसे बड़े आकर्षण के केंद्र महावीर स्थान, रेल गेट, आलूपट्टी मोड तथा विधान मार्केट हैं. यहां बाजारों में रंग गुलाल, पिचकारी और भांति भांति के मुखोटे बिक रहे हैं.
यह पहली होली है, जो चुनावी रंग में रंगी नजर आएगी. बाजार में होली पर तरह-तरह के मुखौटे बिक रहे हैं. इनमें कार्टून, बच्चों के प्रिय चाचा चौधरी, डोरेमान, स्पाइडर मैन इत्यादि तो हर समय बेचे जाते हैं, जो बच्चों को पसंद भी है. परंतु इस बार कुछ राजनीतिक मुखौटे भी बाजार में देखे जा रहे हैं. इन मुखौटों में नरेंद्र मोदी, ममता बनर्जी, राहुल गांधी आदि के मुखौटे शामिल हैं. दुकानदार अपनी दुकानों में बेच रहे हैं.
महावीरस्थान के एक दुकानदार रजनीश ने बताया कि इस बार उसने अपनी दुकान में कई तरह के मास्क बिक्री के लिए रखे हैं. लेकिन बच्चों को सबसे ज्यादा मोदी का मास्क और कार्टून पसंद है. इसके अलावा ममता बनर्जी का मुखौटा भी बिक रहा है. थोड़े बहुत राहुल गांधी के मुखौटे भी बिक रहे हैं. रजनीश ने बताया कि एक राजनीतिक दल की महिला ने कल ही उनकी दुकान से एक दर्जन मुखौटे खरीदे हैं. उसने एक दर्जन मुखोटे बेचकर ₹500 की कमाई की है.
हालांकि किसी समय शक्तिमान बच्चों का सबसे चहेता पात्र था, मगर धीरे-धीरे शक्तिमान बच्चों से दूर होता चला गया. हालांकि आज भी कुछ बच्चों में चाचा चौधरी और स्पाइडर मैन के कार्टून ज्यादा लोकप्रिय हैं. यह तो कार्टून की रही बात. अब हम गुलाल की भी बात कर लेते हैं. इस बार सिलीगुड़ी के बाजार में हर्बल गुलाल की सर्वाधिक मांग है. वास्तव में लोग धीरे-धीरे अपने स्वास्थ्य और सौंदर्य को लेकर सचेत होते जा रहे हैं. साधारण गुलाल त्वचा को नुकसान पहुंचाते हैं. इनमें मिलावट अधिक होती है. यही कारण है कि उपभोक्ताओं का एक बड़ा वर्ग हर्बल गुलाल की ओर आकर्षित हुआ है. बाजार में इसकी बिक्री ज्यादा है. हर्बल गुलाल सामान्य गुलाब की अपेक्षा मह॔गा ज्यादा होता है. लेकिन यह नुकसानदेह नहीं होता.
किसी समय सिलीगुड़ी के बाजार में होली के मौके पर चाइनीज पिचकरियां ज्यादा बिकती थीं. यह सस्ती भी होती थी और हाईटेक भी. मगर अब उनकी मांग कम हो गई है. विभिन्न कारणों से दुकानदार दुकान में नहीं रख रहे हैं या फिर बहुत कम है. इस बार विधान मार्केट और महावीर स्थान के कई दुकानदारों ने टेक्नोलॉजी वाली पिचकरिया रखी है. यह स्वचालित तरीके से चलती हैं. नकली रोबोट भी पिचकारी की तरह काम करता है. वह भी देखा जा रहा है. इसके अलावा पिचकारियों के कई ग्रुप और वर्ग हैं. बच्चे लगभग सभी तरह की पिचकारियों को पसंद कर रहे हैं.
इस बार सिलीगुड़ी में होली का उत्साह कुछ ज्यादा ही देखा जा रहा है. होलिका दहन की तैयारी जोरों पर है. होलिका दहन के लिए गोबर के उपले और विशेष उपकरण बाजार में बिक रहे हैं. वर्धमान रोड पर होलिका दहन की सामग्री और बर्तन बेचते आप कुछ महिलाओं को देख सकते हैं. यहां खरीदारों की भी भीड़ रहती है. होलिका दहन के उपले और विशेष सामग्री बेचने वाली जानकीबाई बताती है कि पहली बार सामग्री खरीदने के लिए ज्यादा संख्या में महिलाएं आ रही हैं. उन्होंने इस बार सामग्री का निर्माण काफी समय पहले से ही शुरू कर दिया था. जानकी बाई ने बताया कि जिस तरह से होलिका सामग्री के लिए महिलाओं का उत्साह दिख रहा है, उन्होंने इसका निर्माण भी बढ़ा दिया है. क्योंकि 3 दिन अभी और बाकी है. इस बीच उनका विश्वास है कि मांग के अनुसार सामग्री तैयार हो जाएगी.
इस बीच बाजार में होली को लेकर ग्राहकों से लेकर दुकानदारों तक में चहल-पहल लगातार बढ़ रही है. बाजार में भीड़ भी है.सिलीगुड़ी में रविवार को होलिका दहन और सोमवार को होली मनाई जाएगी. जिसके लिए लोग अभी से ही खरीदारी करने में जुट गए हैं. खबर समय भी चाहता है कि होली पूरे उत्साह से मनाएं लेकिन सावधानी और खुद पर नियंत्रण भी रखें, अन्यथा रंग में भंग हो सकता है.
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