May 1, 2024
Sevoke Road, Siliguri
उत्तर बंगाल जुर्म सिलीगुड़ी

कार में चोरी करने वाले गिरोह के गिरेबान तक पहुंचने वाली है सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस!

सिलीगुड़ी में गाड़ियों में कांच तोड़कर चोरी करने वाला गिरोह आंधी की तरह आता है और तूफान की तरह निकल जाता है. उन तक पहुंच पाना सिलीगुड़ी पुलिस के लिए एक चुनौती बनी हुई है. पुलिस ऐसे गिरोह का पर्दाफाश करना चाहती है. लेकिन कठिनाई यह है कि गिरोह के लोगों तक पहुंच पाना आसान नहीं है.

सिलीगुड़ी में एक के बाद एक गाड़ी की कांच तोड़कर चोरी की बढ़ती घटनाओं ने पुलिस की चिंता बढ़ा दी है. पुलिस पर दबाव भी बढ़ गया है. इस बीच कुछ सुराग पुलिस के हाथ लगे हैं. सेवक मोड ट्रेफिक प्वाइंट के पास कालिमपोंग निवासी एक व्यक्ति की गाड़ी का कांच तोड़कर बैग की चोरी की गई थी. उस बैग को आखिरकार पुलिस ने ढूंढ निकाला है. यह बैग पुलिस को वर्धमान रोड स्थित हेरिटेज के पास के एक दुकानदार द्वारा पुलिस को दी गई जानकारी के आधार पर प्राप्त हुआ था. बर्दवान रोड पर फेके गए बैग में से कुछ कागजात, एटीएम कार्ड आदि मिले हैं. पुलिस ने कालिमपोंग के व्यापारी को बुलाकर उनका बैग वापस कर दिया.

सिलीगुड़ी में एक ही दिन में पांच अलग-अलग स्थानों पर कांच के शीशे तोड़कर चोरी की घटना को अंजाम दिया गया है. पुलिस का कहना है कि घटना सुबह से शुरू हुई और दोपहर तक चलती रही. चोरी की घटना सेवक मोड, विवेकानंद रोड, प्रधान नगर, इस्कॉन रोड और हिलकार्ट रोड पर हुई. इस गिरोह को पकड़ने के लिए सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस की एक बैठक में चोरों की गतिविधियों का जायजा लिया गया है. पुलिस का अनुमान है कि पांचो घटनाएं लगभग एक-एक घंटे के अंतराल पर हुई है. एक वारदात को अंजाम देने में चोरों ने 10 से 15 मिनट का समय लगाया है. पुलिस और पीड़ित व्यक्तियों की पूछताछ के क्रम में पुलिस ने यह धारणा व्यक्त की है.

चोरी करने के बाद गिरोह के लोग तुरंत ही स्थान बदल देते हैं. अब तक की पुलिस इन्वेस्टिगेशन में जो कुछ महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे हैं,उसके अनुसार यह गिरोह संगठित है. गिरोह में शामिल चोर चोरी के मामले में प्रशिक्षित लगते हैं. दिनदहाड़े ऐसे कांड को अंजाम देना किसी सामान्य चोर के लिए आसान नहीं होता है. पुलिस का मानना है कि ऐसे चोर बाहर के भी हो सकते हैं. क्योंकि इससे पहले इतनी बड़ी वारदात को इस तरीके से सिलीगुड़ी में अंजाम नहीं दिया गया था. चोरी करने के बाद गिरोह के लोग तूफान की तरह निकल जाते हैं. पुलिस की धारणा यह भी है कि दूसरे राज्यों के प्रशिक्षित चोरों का यह काम हो सकता है.

पुलिस सीसीटीवी को भी खंगाल रही है और उसके सहारे चोर तक पहुंचना चाहती है. हेरिटेज के पास पुलिस को चोरी का बैग मिला था. इसके आधार पर यह माना जाता है कि शहर के अलग-अलग ठिकानों पर कार में चोरी की घटना को अंजाम देने के बाद चोर झंकार मोड होते हुए बस्ती क्षेत्र की ओर निकले हैं. रास्ते में ही उन्होंने बैग में से नगद रकम निकाल कर बाकी सामान को बैग में ही रखकर फेंक दिया था. इसका मतलब यह है कि गिरोह पहले हिलकार्ट रोड, सेवक मोड पर चोरी की वारदात को अंजाम देता है. फिर वह वहां से खालपारा की ओर जाते हुए विवेकानंद रोड पर आता है. वहां खड़ी कार में चोरी करता है. फिर वहां से वर्धमान रोड होते हुए चला जाता है. यहां हेरिटेज के पास वह बैग ठिकाने लगाता है. इसके बाद वह वर्धमान रोड होते हुए बस्ती क्षेत्रों में चला जाता है.

सिलीगुड़ी में छोटी-मोटी चोरी की घटनाएं तो रोज ही हो रही हैं. अब तो लोग चोरी की बढ़ती वारदात के बाद थाने में इसकी शिकायत भी नहीं करा रहे हैं. क्योंकि पहले ही थानों के पास इतने चोरी के लंबित मामले हैं कि पुलिस ना तो चोर और ना ही मामलों को सुलझा तक पाई है. वैसे भी छोटी-मोटी चोरी की घटनाओं में पुलिस कुछ नहीं करती. थानों में मात्र औपचारिकता पूरी करने के लिए कार्रवाई होती है.

शहर में चोरी की छोटी बड़ी वारदातों को अंजाम देने वाले तो शहर अथवा आसपास के ही चोर होते हैं. पुलिस का मानना है कि यह आमतौर पर नशेड़ी होते हैं, जो रोज-रोज के नशे की मांग की पूर्ति के लिए छोटी बड़ी चोरी की वारदातों को अंजाम देते हैं. इन चोरों का ठिकाना बस्ती क्षेत्र होता है. ये बस्ती क्षेत्र से आते हैं. चोरी करते हैं और जो कुछ भी मिलता है, उसे वह रातों-रात शहर से बाहर निपटा देते हैं.

आज सेवक रोड स्थित जेम हाउस की बिल्डिंग, जिसमें खबर समय का भी ऑफिस स्थित है, में चोरी की एक वारदात की छानबीन के क्रम में आयी भक्ति नगर पुलिस ने यह बात बताई थी. जेम हाउस की बिल्डिंग की छत से तांबे के तार की चोरी हुई है. यह तो सामान्य चोरी की वारदात है. लेकिन पुलिस के लिए सोमवार की घटना सबसे बड़ी चुनौती बनी हुई है. यही कारण है कि सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस गिरोह तक पहुंचने के लिए सभी तरह के उपाय में जुट गई है. अब तक पुलिस को जो सुराग हाथ लगे हैं, उसके आधार पर पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही वह कार के शीशे तोड़कर चोरी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर देगी.

बहरहाल ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है. साथ ही शहर में बढ़ रही छोटी-मोटी चोरी की घटनाओं को रोकने के लिए भी पुलिस प्रशासन ने बस्ती क्षेत्रो में भी संदिग्ध लोगों पर निगरानी बढ़ाने के लिए प्रयास भी शुरू कर दिए हैं. हम तो यही उम्मीद रखेंगे कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो. लेकिन अब देखना है कि पुलिस ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए क्या कार्रवाई करती है. यह भी सवाल उठ रहा है कि क्या कार के शीशे तोड़कर चोरी करने वाले गिरोह तक पुलिस पहुंच सकेगी?

(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)

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