सिलीगुड़ी में प्रवेश करने वाली वोल्वो समेत इंटर स्टेट बसें और सभी प्रकार के लग्जरी बसों को अब जल्द ही एक परमानेंट टर्मिनस मिलने जा रहा है, जो सभी सुविधाओं से युक्त, आधुनिक और बड़े स्पेस में नजर आएगा. यह इतना बड़ा बस टर्मिनस होगा, जहां एक साथ कम से कम 70 बसें खड़ी हो सकेंगी.
जिसमें आधुनिक टिकट काउंटर के अलावा खाने-पीने के ब्लॉक, यात्री सुविधा केंद्र, चालकों के लिए विश्राम गृह, आधुनिक शौचालय, इत्यादि सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी. हालांकि माटीगाड़ा में बस टर्मिनस की स्थापना कोई नई बात नहीं है.यह पुराना प्रोजेक्ट है, जिसकी घोषणा बहुत पहले ही की जा चुकी है, जिस पर अब विधिवत रूप से काम शुरू होना है.
आपको याद होगा कि कुछ दिनों के लिए दूरगामी बसों का परिचालन यहीं से होता था. लेकिन बाद में SJDA की उपेक्षा का शिकार होने से बद इंतजामी इतनी बढ़ गई कि फिर से दूरगामी बसों का पड़ाव सिलीगुड़ी जंक्शन, मल्लागुड़ी और दार्जिलिंग मोड़ होता चला गया. दिलीप दुग्गड़ के नेतृत्व में SJDA ने इसके लिए अपना प्रयास तेज कर दिया है.
सिलीगुड़ी नगर निगम और सिलीगुड़ी जलपाईगुड़ी विकास प्राधिकरण द्वारा शहर में ट्रैफिक नियंत्रण की दिशा में जो भी जरूरी हो रहा है, उन कदमों को उठाया जा रहा है. सिलीगुड़ी जलपाईगुड़ी विकास प्राधिकरण का मानना है कि अगर माटीगाड़ा में प्रस्तावित बस टर्मिनस तैयार हो जाता है तो शहर में घुसने वाली दूरगामी बसों के चलते अक्सर लगने वाले ट्रैफिक जाम में कमी आ सकती है. इसलिए सिलीगुड़ी जलपाईगुड़ी विकास प्राधिकरण और सिलीगुड़ी नगर निगम के अधिकारियों द्वारा पिछले दिन हुई एक महत्वपूर्ण बैठक में यह फैसला लिया गया है.
इस प्रस्तावित प्रोजेक्ट को राज्य परिवहन विभाग की मंजूरी मिल चुकी है. वित्त विभाग ने इसके लिए 2.5 करोड रुपए की राशि स्वीकृत भी कर दी है. हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि प्रस्तावित आधुनिक बस टर्मिनस का निर्माण कार्य कब शुरू होगा. परंतु यह समझा जाता है कि दुर्गा पूजा अथवा उसके बाद इसका निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा. अधिकारियों को लगता है कि माटीगाड़ा में स्थाई बस टर्मिनस बन जाने से शहर में खासकर दार्जिलिंग मोड, सिलीगुड़ी जंक्शन जैसे इलाकों में ट्रैफिक नियंत्रण में मदद मिलेगी. हम भी उम्मीद करते हैं कि ऐसा ही हो. हालांकि वस्तु स्थिति क्या होगी, इसकी सिर्फ कल्पना ही की जा सकती है.