डिजिटल युग में बच्चे दिनभर मोबाइल, टैब और कंप्यूटर में डूबे रहते हैं। इस आदत से उन्हें बाहर निकालने और प्रकृति से जोड़ने के लिए कार्शियांग वन विभाग ने “स्क्रीन्स टू ग्रीन” नामक अनोखा कार्यक्रम आयोजित किया।
पानिघाटा रेंज की इस पहल की शुरुआत हुई वन एवं वन्यजीव संरक्षण पर जागरूकता सत्र से। इसके बाद छात्रों को कार्शियांग डिवीजन की जैव विविधता पर आधारित डॉक्यूमेंट्री दिखाई गई, जहाँ उन्होंने पहाड़ी जंगलों, दुर्लभ पक्षियों और जीव-जंतुओं की अनूठी झलक देखी।
कार्यक्रम केवल देखने तक सीमित नहीं रहा। विद्यार्थियों ने जंगल में इको-ट्रैकिंग, नर्सरी में पौधों की देखभाल और इको पार्क में पौधारोपण जैसे कार्यों में सक्रिय भाग लिया। साथ ही “प्लास्टिक को कहो ना ” संदेश देकर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया।
दिन के अंत में छात्र चेहरे पर मुस्कान और मन में नई सीख लेकर लौटे। उनकी जुबान पर एक ही बात थी—“आज प्रकृति ही हमारी खुली कक्षा बनी।”