सिलीगुड़ी में जाम जैसे सिलीगुड़ी के लोगों की आदत और व्यवहार में शामिल हो गया है. ऐसा कोई भी दिन नहीं, जब यहां सड़कों पर जाम का नजारा ना देखा जाता हो. सेवक रोड ,हिलकार्ट रोड, वर्धमान रोड,हाशमी चौक, एयर व्यू मोड, सेवक मोड और सिलीगुड़ी के लगभग सभी चौक चौराहों पर तो जाम लगता ही है. अब तो सड़कों पर वहां भी जाम लग रहा है, जहां बहुत कम देखा जाता था. जाम लगने का कोई निश्चित समय भी नहीं होता है. दरअसल सिलीगुड़ी में चुनाव और उत्सव का समां बंध चुका है.
अब तक तो सिलीगुड़ी के नागरिक सिलीगुड़ी में लगने वाले जाम को किसी तरह से झेल रहे हैं. परंतु अगले हफ्ते से यहां जाम की समस्या और भयानक होने वाली है. लोकसभा चुनाव के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों की ओर से चुनाव प्रचार और रैलियों का कार्यक्रम तेजी से चल रहा है. जैसे-जैसे चुनाव निकट आता जाएगा, रैली और पदयात्रा का कार्यक्रम भी तेज होता जाएगा. ऐसे में ट्रैफिक पुलिस के द्वारा रास्ता खाली करने अथवा वन वे से जाम की समस्या और गंभीर होगी. 19 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग होगी, इसलिए अगले हफ्ते में चुनाव की गहमागहमी बढ़ जाएगी. दूसरे शब्दों में जाम का बृहद रूप देखा जा सकता है.
विभिन्न राजनीतिक दलों के उम्मीदवार और कार्यकर्ता जुलूस निकालेंगे. ऐसे में सड़क जाम की समस्या तो बढ़ेगी ही. अगले हफ्ते ही रामनवमी का उत्सव और पहला वैशाख का भी उत्सव रहेगा. इसके मध्येनजर भी जाम की समस्या गंभीर रहने वाली है. रामनवमी पर निकाली जाने वाली रैली से उस दिन सिलीगुड़ी शहर अस्त व्यस्त ही रहेगा. पुलिस प्रशासन पर इस समय खासा दबाव है. एक तरफ नाका चेकिंग चल रही है तो दूसरी तरफ ट्रैफिक पुलिस को बाहर से आने वाले वाहनों को रोककर उसकी तलाशी के क्रम में गाड़ियों को रोकना पड़ता है. ऐसे में पीछे से आने वाली गाड़ियां जाम का शिकार हो जाती हैं. यह सब अगले हफ्ते और तेज होगा.
अगले हफ़्ते सिलीगुड़ी में विभिन्न राजनीतिक दलों के स्टार कंपेनर भी होंगे. इनमें भारतीय जनता पार्टी, तृणमूल कांग्रेस आदि के star प्रचारक होंगे. प्रशासन के द्वारा बाहरी नेताओं की सुरक्षा के क्रम में वन वे के जरिए भी सिलीगुड़ी की सड़कों पर जाम लगा देख सकते हैं. सूत्रों ने बताया कि तृणमूल कांग्रेस के कई बड़े नेता मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, अभिषेक बनर्जी और बांग्ला फिल्मों के कुछ सितारे सिलीगुड़ी और सिलीगुड़ी से बाहर चुनाव प्रचार में जाने के लिए वाया सिलीगुड़ी यात्रा करेंगे. ऐसे में ट्रैफिक विभाग को रास्ता खाली करना पड़ेगा. अथवा रास्ते को वन वे किया जा सकता है. फलस्वरूप जाम की समस्या गंभीर होगी. यह जाम कुछ मिनटों से लेकर घंटो तक हो सकता है.
भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के स्टार कंपेनर भी अगले हफ्ते सिलीगुड़ी आएंगे. सिलीगुड़ी से ही वे आसपास के चुनाव क्षेत्र में चुनाव प्रचार करने जाएंगे. पुलिस प्रशासन की ओर से उनकी सुरक्षा के इंतजाम किए जाएंगे. ऐसे में ट्रैफिक पुलिस पर दबाव बढ़ेगा और इसका मतलब यह भी है कि जाम बढ़ेगा. यह जाम रोज लगने वाले जाम से हटकर होगा. ऐसे में आप कल्पना कर सकते हैं कि जब रोज-रोज लगने वाले जाम से लोग इतना परेशान है तो स्टार प्रचारक, नेताओं के आगमन, रैलियां निकालने, जुलूस चाहे वह किसी पार्टी का हो अथवा रामनवमी अथवा पोयला वैसाख के सांस्कृतिक कार्यक्रम, किसी नेता का भाषण हो, इत्यादि के दौरान लगने वाले जाम से लोग कितना परेशान होंगे! ये सारी स्थितियां कहीं ना कहीं संभावित जाम की ओर इशारा कर रही है.
(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)