सिलीगुड़ी के पूर्व पुलिस कमिश्नर अखिलेश कुमार चतुर्वेदी के तबादले के साथ ही सिलीगुड़ी शहर में यह चर्चा शुरू हो गई थी कि सिलीगुड़ी में बढ़ते अपराधों पर नियंत्रण के लिए एक बार फिर से पूर्व पुलिस कमिश्नर गौरव शर्मा को यहां लाया जाएगा. परंतु ऐसा नहीं हो सका. गौरव शर्मा तो नहीं आ सके लेकिन अखिलेश कुमार चतुर्वेदी की जगह सी सुधाकर आए हैं. ऐसे में सिलीगुड़ी के लोग कानून एवं व्यवस्था तथा अपराध नियंत्रण की दिशा में नए पुलिस कमिश्नर में गौरव शर्मा की झलक देखना चाहते हैं. क्या सी सुधाकर सिलीगुड़ी के लोगों की आशा और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए तैयार हैं?
इस प्रश्न का उत्तर फिलहाल नहीं दिया जा सकता. क्योंकि सी सुधाकर ने अभी अपना पदभार संभाला है. उनकी पृष्ठभूमि के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है. वे अपनी भूमिका में कितना खरा उतर पाते हैं तथा पूर्व पुलिस कमिश्नर गौरव शर्मा से उनकी कितनी तुलना की जा सकती है, यह तो उनका काम देखने के बाद ही पता चलेगा. ताजा जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार सिलीगुड़ी के नए पुलिस कमिश्नर सी सुधाकर ने न केवल पदभार ग्रहण कर लिया है, बल्कि उन्होंने आते ही सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस के अंतर्गत सभी थानों का चक्कर भी लगाना शुरू कर दिया है. साफ संकेत है कि वह काम करना चाहते हैं.
सी सुधाकर ने सिलीगुड़ी, भक्ति नगर, बागडोगरा, प्रधान नगर आदि विभिन्न थानों में जाकर पुलिस अधिकारियों से मुलाकात की है. सूत्रों ने बताया कि सी सुधाकर ने थाना प्रभारियों के काम करने के तरीके, अपराध और केस की प्रगति के बारे में भी जानकारी ली है. हालांकि नए पुलिस अधीक्षक का यह औपचारिक परिचय दौरा था. पर सूत्रों ने बताया कि अपने परिचय के दौरान पुलिस कमिश्नर ने अधिकारियों के काम की भी जानकारी ली है और उन्होंने कुछ महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए हैं. अपनी ड्यूटी के प्रति सजग और कर्तव्यनिष्ठ पुलिस अधिकारियों से मिलकर उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की है. सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस ने सी सुधाकर का गरमजोशी से स्वागत किया है.
पुलिस अधीक्षक सी सुधाकर की सबसे बड़ी चुनौती सिलीगुड़ी में बढ़ते अपराधों पर नियंत्रण पाना है. इसके लिए उनकी क्या योजना होगी, यह भी देखना होगा. परंतु जैसा कि लोग कहते हैं कि लिफाफा देखकर ही बहुत कुछ मजमून समझ में आ जाता है. सी सुधाकर ने भक्ति नगर थाना का दौरा किया तो उनका अंदाज कुछ हटकर था. उनकी बॉडी लैंग्वेज से भी यह बात समझ में आ जाती है कि सिलीगुड़ी में बढ़ते अपराधों पर नियंत्रण पाने के लिए वह कोई जुझारू तरीका अपना सकते हैं. आईपीएस गौरव शर्मा ने कमिश्नर का पदभार संभालने के बाद सिलीगुड़ी कमिश्नरेट को नए सिरे से सजाने के लिए कई योजनाएं बनाई थी.
सिलीगुड़ी के लोगों को याद होगा कि गौरव शर्मा ने महिला सुरक्षा को मजबूत करने के लिए विनर्स वाहिनी का गठन किया. इसकी सराहना मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी की थी.इसके अलावा गौरव शर्मा ने शहर से ड्रग्स और नशे के उन्मूलन के लिए से नो टू ड्रग्स अभियान शुरू किया था. इसमें वह काफी हद तक सफल भी रहे थे. इतना ही नहीं गौरव शर्मा ने शहर के बुजुर्ग नागरिकों के लिए बाड़ी योजना शुरू की थी. इसके अलावा उन्होंने मीट योर ऑफिसर साप्ताहिक अभियान भी शुरू किया था. पुलिस कर्मियों के लिए कैंटीन समेत और जरूरी सेवाएं शुरू करने का श्रेय उन्हें जाता है. उनके ही काल में ट्रैफिक गार्ड का नवीनीकरण और यातायात व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए एक से अधिक ट्रैफिक गार्ड का शुभारंभ भी उन्होंने ही किया था.
गौरव शर्मा ने शहर के गरीब बच्चों के लिए ई शिक्षा की शुरुआत की. इसके अलावा लॉ एंड ऑर्डर को मजबूत रखने के लिए उन्होंने स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप एसओजी टीम का भी गठन किया था. शहर के लोग नए पुलिस कमिश्नर सी सुधाकर से कुछ ऐसी ही उम्मीद रखते हैं. क्योंकि शहर में अपराध बढ़ चुका है.इसका प्रमाण आए दिन सिलीगुड़ी और आसपास के क्षेत्रो में चोरी, डकैती,कत्ल, हिंसा,मादक पदार्थो की बिक्री और अन्य आपराधिक वारदाते हैं. इन सभी चुनौतियों से सी सुधाकर कैसे निबटते हैं, यह देखना होगा. उम्मीद की जानी चाहिए कि नए पुलिस कमिश्नर सी सुधाकर अपने लक्ष्य में कामयाब होंगे. वैसे आपकी राय क्या है, यह बताना ना भूलिएगा!