December 8, 2024
Sevoke Road, Siliguri
उत्तर बंगाल दार्जिलिंग लाइफस्टाइल

29वां वार्षिक दार्जिलिंग जिला पुस्तक मेला संपन्न हुआ

दार्जिलिंग: दार्जिलिंग में हर सर्दियों में किताबों का कुंभ लगता है, इस साल भी दार्जिलिंग के पुस्तक प्रेमियों को किताबों की दुनिया का आनंद लेने का मौका मिला | 29वां वार्षिक दार्जिलिंग जिला पुस्तक मेला 23 नवंबर को शुरू होकर 27 नवंबर को सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इसकी जानकारी जिला पुस्तकालय अधिकारी और एलएलए सचिव अमृत सुब्बा ने दी। उद्घाटन समारोह में जीटीए के अध्यक्ष अंजुल चौहान मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे, जबकि संचवीर लिम्बू, उप कार्यकारी, जीटीए और सुदेन छिरिंग भूटिया, डब्ल्यूबीसीएस (कार्यकारी), सचिव-जीटीए उद्घाटन समारोह में सम्मानित अतिथि के रूप में उपस्थित हुए थे। 23 नवंबर को भास्कर मोक्तन, डब्ल्यूबीसीएस (कार्यकारी), कार्यकारी निदेशक – पुस्तकालय सेवा विभाग, जीटीए, दीपेन ठाकुरी, अध्यक्ष – दार्जिलिंग नगर पालिका; अमृत सुब्बा, जिला पुस्तकालय अधिकारी, दार्जिलिंग, विनीता खंबू राय, सदस्य, पुस्तकालय सेवा विभाग, जीटीए और सोनम डोमा भूटिया, डीएमईईओ, दार्जिलिंग क्रमशः विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
पुस्तक मेले के समानांतर, साहित्य और कला क्षेत्र को बढ़ावा देने के विशेष पहल के तहत हर साल ‘दार्जिलिंग क्रिएटिव फेस्ट’ (डीसीएफ) के नाम से साहित्य प्रेमियों, कलाकारों और चित्रकारों के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
स्थानीय कैपिटल हॉल स्थित पुस्तक मेला स्थल पर दार्जिलिंग क्रिएटिव फेस्ट के तहत आयोजित चर्चा कार्यक्रम ‘नेपाली साहित्य’ कल और आज’ में वक्ता के रूप में श्री केवल चंद्र लामा, उदय थुलुंग और पल्लवीब राय ने भाग लिया। जबकि विनोद प्रधान ने सूत्रधार की भूमिका निभाई। एक अन्य चर्चा कार्यक्रम में ‘नेपाली भाषा संकट?’ टेक बहादुर छेत्री, टीका भाई, सूरज गुरुंग ने वक्ता के रूप में भाग लिया जबकि राजा पुनियानी सूत्रधार थे। इस चर्चा में अध्यक्ष की भूमिका प्रदर्शन गोकुल सिन्हा ने किया, अंतिम चर्चा कार्यक्रम ‘न्यू एज मीडिया एंड रीडिंग कल्चर’ में बिमल राय, डाॅ. खिलानाथ शर्मा, विनोद ने मुख्य वक्ता के रूप में भाग लिया तथा श्रीमती बबीता माडेन ने सूत्रधार की भूमिका निभाई। इस चर्चा के अध्यक्ष की भूमिका मानप्रसाद सुब्बा ने निभाई।
इस वर्ष एक विशेष आकर्षण विभिन्न विषयों पर कार्यशालाएँ थी, विशेष रूप से स्कूल और कॉलेज स्तर के छात्रों पर ध्यान केंद्रित करना था ।
नन्हे-मुन्ने बच्चों के लिए बस एवं पेंटिंग प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। इन प्रतियोगिताओं के विजेताओं और भाग लेने वाले छात्रों को आयोजकों द्वारा प्रमाण पत्र, ट्रॉफी और नकद पुरस्कार दिए गए। इस पांच दिवसीय पुस्तक मेले में दार्जिलिंग और आसपास के क्षेत्रों से 7,000 से अधिक पुस्तक प्रेमियों ने भाग लिया, जिसमें भारत और नेपाल के लगभग 35 विभिन्न प्रकाशन गृहों और पुस्तक विक्रेताओं ने भाग लिया।
उन्होंने पुस्तक मेले में भाग लेने वाले सभी नागरिकों, छात्रों, शिक्षकों, लेखकों, संगीतकारों, कलाकारों, पत्रकारों के प्रति विशेष धन्यवाद व्यक्त किया। एलएलए सचिव सुब्बा ने सभी से पुस्तक मेले के 30वें संस्करण में भी भाग लेने का विशेष अनुरोध करते हुए कहा है कि, अगले वर्ष भी पुस्तक मेला एवं दार्जिलिंग क्रिएटिव फेस्ट का आयोजन किया जायेगा |

(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *