November 22, 2024
Sevoke Road, Siliguri
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सिक्किम में बारिश, भूस्खलन और तीस्ता का भौकाल! सिलीगुड़ी में महानंदा का जलस्तर बढ़ा!

पिछले कुछ दिनों से सिक्किम एवं कालिमपोंग के लोग बारिश, भूस्खलन और बाढ़ का सामना कर रहे हैं. आज से सिलीगुड़ी और समतल क्षेत्रों में भी महानंदा और सहायक नदियों के जल स्तर ने विकराल रूप धारण कर लिया है. नौका घाट के पास महानंदा नदी का पानी सुबह में आसपास के क्षेत्रों में तेजी से फैल रहा था. यहां किनारो की मिट्टी को काटती हुई महानंदा भयानक शोर करती हुई अपने पेट में घास फूस, पेड़ पौधे को लेकर कलरव कर रही थी. जलपाईगुड़ी जिले में तीस्ता के किनारे रहने वाले लोगों को चेतावनी दे दी गई है. जिला प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है.

सिक्किम के निचले इलाकों में रहने वाले लोगों की आंखों से रातों की नींद गायब हो चुकी है.पिछले कुछ दिनों से तीस्ता के किनारे बसे लोगों की दिनचर्या बदल चुकी है. बच्चे, बड़े, सभी उम्र व वर्ग के लोग रात जागती आंखों से काट रहे हैं. क्या पता तीस्ता कब विकराल रूप धारण कर ले और घर में पानी घुसने लगे! मार्ग पर पानी जमा है. बस घर में घुसने की देर है. हालांकि सुबह में पानी उतर गया था. अगर आज रात बारिश नहीं हुई तो कल तक स्थिति सामान्य हो सकती है! पर स्थिति स्वाभाविक होने में काफी वक्त लगेगा. क्योंकि सड़क मार्ग अवरुद्ध है. पुल बह गया है. इसके अलावा संपर्क संसाधन भी नष्ट हो चुके हैं.

पिछली रात सिक्किम में फिर से भारी बारिश हुई थी. कई स्थानों पर भूस्खलन भी हुए. इस समय सिक्किम में 1215 पर्यटक फंसे हुए हैं. इनमें से 15 विदेशी पर्यटक भी हैं. यह सभी लाचुंग में फंसे हुए हैं. पर्यटकों को हवाई मार्ग अथवा अन्य तरीके से सुरक्षित निकालने की व्यवस्था की जा रही है. लाचुंग में मार्ग क्षतिग्रस्त हो चुका है. उत्तरी सिक्किम में अभी भी 1500 पर्यटक फंसे हुए हैं. वहां मोबाइल नेटवर्क भी काम नहीं कर रहा है. हालांकि राहत एवं बचाव कार्य भी चल रहा है. परंतु खराब मौसम के चलती इसमें बाधा आ रही है. इन इलाकों में कई स्थानों पर भूस्खलन भी हुए हैं.

कालिमपोंग और सिक्किम की स्थिति को लेकर प्रशासनिक बैठक भी चल रही है. बंगाल सरकार सिक्किम सरकार के संपर्क में है और सूचनाओं का आदान-प्रदान कर रही है. स्थिति को किस तरह से नियंत्रित किया जाए, इसके लिए प्रयास तेज कर दिए गए हैं. इस बीच प्रभावित क्षेत्रों में प्रशासनिक अधिकारी हालात का जायजा लेने पहुंच रहे. उन्हें लोगों और मीडिया के तीखे सवालों का सामना करना पड़ा. तीस्ता बाजार इलाके में हालांकि दोपहर तक कई इलाकों से पानी उतर चुका था. परंतु यहां कई घरों के ताले भी बंद है. लोग सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं अथवा जाने वाले हैं.

एक पीड़ित महिला ने बताया कि यहां पिछले साल 4 अक्टूबर से स्थिति खराब हुई है. अन्यथा पहले कभी ऐसा नहीं होता था. महिला ने कहा कि 2023 में डैम क्षतिग्रस्त होने के बाद सिक्किम में थोड़ी सी वर्षा होते ही पानी का जलस्तर बढ़ जाता है और किनारे स्थित मकान एवं दुकानों में घुसने लगता है. जिन लोगों के मकान, दुकान नष्ट हो गए हैं और जो लोग गंभीर स्थिति का सामना कर रहे हैं, प्रशासन के द्वारा उनकी पहचान की जा रही है. इसके अलावा उनकी तात्कालिक सहायता की भी व्यवस्था है. जीटीए के माध्यम से पश्चिम बंगाल सरकार पीड़ित व्यक्तियों में सहायता राशि उपलब्ध करवा रही है.

सिक्किम का राष्ट्रीय राजमार्ग छोटे वाहनों के लिए खुला है. सिलीगुड़ी से कालिमपोंग के लिए भी छोटे वाहन चल रहे हैं. परंतु बड़े वाहनों को सावधानीवश रोका जा रहा है. क्योंकि मार्ग पर पानी फैलने लगा है. कभी नदी का पानी मार्ग के बराबर में आ जाता है तो कभी नीचे उतरने लगता है. इसलिए प्रशासन ने एहतियात के तौर पर बड़े वाहनों पर पाबंदी लगा रखी है. लामहाटा से पेशोक रोड होते हुए दार्जिलिंग और दार्जिलिंग से सिक्किम और कालिमपोंग तक का रास्ता अभी भी बंद है. रविझोरा में दार्जिलिंग का रास्ता बंद है. डायवर्सन के जरिए ही वाहनों को जाने की अनुमति है.

इस बीच मौसम विभाग ने आज फिर से सिक्किम में भारी बारिश का अनुमान लगाया है. इसको देखते हुए स्थानीय प्रशासन सजग है. रेड अलर्ट पिछले कुछ दिनों से जारी है. रेड अलर्ट उत्तरी सिक्किम के साथ-साथ अलीपुरद्वार, कूचबिहार और जलपाईगुड़ी जिलों के लिए भी जारी किया गया है.Dooars क्षेत्र में तीस्ता पर सभी जल विद्युत जलाशयों के गेट खोल दिए गए हैं. गाजोलडोबा में भी गेट खोल दिए गए हैं. जिसके कारण तीस्ता का पानी तेजी से फैल रहा है.

कल क्या होगा, यह कोई नहीं जानता. लेकिन अगर रात में मूसलाधार बारिश नहीं हुई तो सिक्किम के साथ-साथ समतल, Dooars के तटवर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों की जान में जान आएगी. सुबह में महानंदा का जल स्तर 113 जबकि तीस्ता का जलस्तर 145 पार करने जा रहा था. उम्मीद की जानी चाहिए कि तीस्ता, महानंदा और सभी सहायक नदियों का जलस्तर खतरे के निशान को पार नहीं करेगा!

(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)

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