November 23, 2024
Sevoke Road, Siliguri
लाइफस्टाइल

सिक्किम का एक गांव, जहां के लोग पुलिस से 2 कदम आगे चलते हैं!

सिक्किम के पाकयोंग जिले के अंतर्गत एक गांव ऐसा भी है, जहां के लोग मिलजुल कर रहते हैं और किसी भी समस्या का मिलजुल कर समाधान ढूंढते हैं. यह एक छोटा सा गांव है, जिसका नाम सालघाड़ी रेनोक है. बहुत ही कम आबादी वाला गांव, लेकिन यहां रहने वाले लोग परस्पर सहयोग और प्रेम पूर्वक रहते हैं. किसी भी मुसीबत में गांव वालों की सामूहिक एकता देखते बनती है. यूं तो इस गांव में चोरी नहीं होती, लेकिन अगर चोरी हो भी जाती है तो गांव वाले पुलिस का इंतजार नहीं करते और खुद ही चोरी का सामान और चोरों की तलाश में निकल पड़ते हैं. मुसीबत गांव के किसी भी व्यक्ति पर आए,पर गांव वाले उसे अपनी मुसीबत मान लेते हैं. इस भावना से जीते हैं यहां के लोग.

इसका ताजा उदाहरण सालघाड़ी,रेनोक के रहने वाले भूषण छेत्री हैं. भूषण छेत्री ने लोन पर टूरिस्ट बोलेरो खरीदी थी, जिसे वह खुद ही चला रहे थे. लंबे समय तक कार का कारोबार करने वाले भूषण ने पर्यटकों के एक समूह को 12 सीटों वाली कार में बैठाकर उन्हें गंतव्य तक पहुंचाया और खाली गाड़ी को STNM अस्पताल के सामने सड़क पर पार्क कर दिया. वहां से वह अपने करीबी रिश्तेदार के पास सोने चले गए. अगली सुबह जब वह अस्पताल के पास पहुंचे तो उनकी गाड़ी नदारद थी.

भूषण ने आसपास में अपनी गाड़ी को ढूंढना शुरू किया. इसी बीच उनके गांव वालों को जानकारी हुई कि उनके गांव के एक गाड़ी मालिक की गाड़ी चुरा ली गई है. इस खबर के बाद रेनोक, सालघाड़ी के लगभग एक दर्जन युवा गंगटोक पहुंच गए और उन्होंने भूषण की गाड़ी की तलाश शुरू कर दी. किसी ने भी गाड़ी की चोरी की रिपोर्ट पुलिस में दर्ज नहीं कराई. क्योंकि वे जानते थे कि जो काम पुलिस कर सकती है, वही काम वह भी कर सकते हैं. इसलिए उन्होंने समय गवाना उचित नहीं समझा और खुद ही अलग-अलग दल बनाकर चोरी गई बोलेरो की खोज शुरू कर दी.

खबर समय को टेलीफोन पर मामले की जानकारी देते हुए भूषण छेत्री ने बताया कि वह तथा उनके लोगों ने राजधानी गंगटोक के विभिन्न सीसीटीवी फुटेज खंगाल डाली. वहां से पता चला कि कार को वहां से बाहर ले जाया गया है. सीसीटीवी फुटेज से यह भी पता चला कि कार को किस दिशा में ले जाया गया था. इस सूत्र की सहायता से ग्रामीण युवाओं का अलग-अलग दल बनाया गया. कुछ लोग लावा की ओर चले, तो कुछ अलगरा, कोई चुईखिम की ओर बढ़, तो कोई बागराकोट और म॔गपंग की ओर निकला.

उन्होंने रास्ते में आसपास के घरों में भी लोगों से पूछताछ की और हर उस संभावित जगह पर बोलेरो की तलाश की, जहां उसके पाए जाने की संभावना थी. ग्रामीण युवाओं का यह अलग-अलग दल रास्ते में आते जाते हर व्यक्ति से और आसपास में पता लगाता हुआ तथा पुलिस द्वारा सड़कों के चौक चौराहों पर लगाए गए सीसीटीवी फुटेज को देखता हुआ इस सूत्र की सहायता से शुक्रवार की देर रात उदलाबाड़ी पहुंच गया. हालांकि चोरी गई गाड़ी का कोई सुराग नहीं मिला था. सीसीटीवी फुटेज से सिर्फ इतना पता चला था कि भूषण की गाड़ी सिक्किम से बाहर ले जायी गई है. लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी.

अब तक गाड़ी को ढूंढते हुए 36 घंटे बीत चुके थे. भूषण का कलेजा धक-धक कर रहा था. उसने बड़ी मेहनत से पाई पाई जोड़कर और लोन लेकर यह गाड़ी खरीदी थी. वे मन ही मन भगवान को याद कर रहे थे. किसी तरह रात बिता कर भूषण छेत्री अपने सहयोगियों के साथ सुबह-सुबह गाड़ी की तलाश में निकल पड़े. उन्होंने शनिवार की सुबह लगभग 11:00 बजे उदलाबाड़ी चौराहे पर पुलिस द्वारा लगाए गए सीसीटीवी फुटेज को देखा. क्रांतिगामी लोक निर्माण सड़क पर दो व्यापारिक प्रतिष्ठानों के फुटेज देखने के बाद भूषण की आंखों में चमक आ गई. उन्होंने देखा कि विधानपली दुर्गा मंदिर के सामने उनकी कार लावारिस अवस्था में खड़ी थी.

जब भूषण छेत्री की चुराई गई कार मिल गई तो उनकी जान में जान आई. गांव वालों को भी काफी खुशी हुई. इसके बाद का काम पुलिस का था. सो उन्होंने माल थाने को मामले की जानकारी दी. माल पुलिस मौके पर पहुंची और कार को बरामद कर थाना ले आई. माल पुलिस स्टेशन के आईसी समीर तमांग ने बताया कि कार के सभी दस्तावेजों की जांच की जा रही है. उसके उपरांत कार को असली मालिक को सौंप दिया जाएगा.

खैर भूषण छेत्री की चुराई गई बोलेरो कार तो मिल चुकी है. परंतु अभी तक चोर पकड़े नहीं गए हैं. पुलिस यह पता लगा रही है कि कार चोरी में कौन-कौन लोग शामिल हो सकते हैं. पुलिस यह भी पता लगा रही है कि कार चोरी में उदलाबाडी और आसपास के इलाके का कोई व्यक्ति शामिल है या नहीं. बहरहाल गंगटोक में यह घटना चर्चा का विषय बनी हुई है. जहां कार मालिक ने अपनी चुराई गई कार को ढूंढने के लिए पुलिस की सहायता ना लेकर अपने गांव वालों की मदद ली और उनके सहयोग से चोरी गई कार को ढूंढ निकाला.

(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)

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